Tuesday, November 18, 2008
मेरा शौख
मेरा शौख तो ऐसे तो बहुत कुछ है लेकिन हिन्दी गाना और रोमांचक किताबे पढना है! मेरे पास जब भी खाली समय होता है, मैं या तो फिल्म देखता हूँ या तो गाना सुनता हूँ! लेकिन जबसे जे.एन.यू में पढने आया हूँ, मेरा यह सारे शौख कहीं लुप्त हो गए हैं! क्योंकि यहाँ पढाई हीं का इतना बोझ होता है कि ये सब करने का फुरसत हीं नहीम मिलता है!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment